Om Shanti
Om Shanti
कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो            सोच के बोलो, समझ के बोलो, सत्य बोलो            स्वमान में रहो, सम्मान दो             निमित्त बनो, निर्मान बनो, निर्मल बोलो             निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी बनो      शुभ सोचो, शुभ बोलो, शुभ करो, शुभ संकल्प रखो          न दुःख दो , न दुःख लो          शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आपका लाख लाख पद्मगुना शुक्रिया !!! 

Amritology Point For December 29, 2014 (H&E)

For December 29, 2014

Royal Child in Conversation with the Creator of the World

Displaying

First Awareness

The moment I open my eyes, I realize: I am a soul. I descended from the Sweet Home of Light in order to give radiant light to the world.

Who am I?

I am a royal child. I remember my tilak (awareness) of original purity, the crown (responsibility) of bringing benefit to the world, and BapDada’s heart throne.

To Whom do I Belong?

Soul converses with Baba:
Good morning sweet Baba. You are the Creator of the World. I feel so connected with You. There is nothing that is unavailable to me as your child.
Baba converses with the Soul:
Sweet child, wake up! Sit down with Me. The life in which you belong to the family of God the Creator is the only life in which there is total attainment. Remember who you are and liberate yourself from the trouble of forgetfulness. When you remember who you are, you become a master.

Receiving Inspirations

I take a moment to quiet my chattering mind by focusing on Baba, the Ocean of Silence. In this silence, I receive from Baba pure, inspiring thoughts for service.

Receiving a Blessing from Baba

I manifest my angelic form before sweet Baba in the subtle regions. With much love and powerful drishti, He gives me this blessing:
You are the soul who has an imperishable fortune of happiness. Your songs of “why” have ended and each day, you sing “Wah Baba!” “Wah fortune!” and “Wah sweet family!”

Unlimited Subtle Service (last 15 minutes)

I bestow on the world the blessing described above. I take this blessing from Baba and gift it to the whole world through my pure thoughts. With my angelic costume, I circle the earth globe and give this blessing to all souls.

Before Going to Bed

I steady myself in the stage beyond sound. I mentally check: was I disobedient in anyway during the day? If so, I admit it to Baba. Did I succumb, mentally or physically, to any attractions, attachments, or selfish preferences? I chart my actions, and remove the impact of faulty actions with 30 minutes of yoga. I go to sleep with a clean and clear heart.


Webinar Series

Amritology; Experiences of a Yogi

For soundtrack of Amritology's 2nd webinar with Didi Sudesh of December 27th, click HERE.

Next Webinar: Sunday, January 4th

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headphone meditation

English Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

For December 29th

Click HERE.

Hindi Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

अमृत वेला के पॉइंट साज़ और आवाज़ से जुड़े ६० मिनट

(चौथा सप्ताह – 29-12-2014)

अमृतवेला(चौथा सप्ताह – 29-12-2014)एक रॉयल बच्चीकि सृष्‍टि के रचयितासे रुहरिहान

Hindi Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

अमृत वेला के पॉइंट साज़ और आवाज़ से जुड़े ६० मिनट

(चौथा सप्ताह – 29-12-2014)

पहली स्मृति
आँख खुलते ही संकल्प करेंकि मैं आत्मा हूँ मैं इस धरा को प्रकाशमय करने के लिये स्वीट लाइट के होम से अवतरित हुई हूँ
मैं कौन हूँ?
मैं एक रॉयल बच्ची हूँ। मैं पवित्रता की स्मृति का तिलक, विश्‍व कल्याण की ज़ुम्मेवारी का ताज, और बापदादा के दिलतख्त की स्मृति को याद कर रहीं हूँ।
मैं किसकी हूँ?
आत्मा की बाबा से रूहरिहान:
बाबा आप सृष्टि के रचयिता हैं। मैं आपके साथ एक गहरे सम्बंध का अनुभव कर रही हूँ। बाबा! आपकी बच्चीहोने के नाते इस संसार में मेरे लिये कोई भी वस्तु अप्राप्त नहीं है।
मीठे बाबा - गुडमॉर्निंग।
बाबा की आत्मा से रूहरिहान:
मीठे बच्चे! जागो! मेरे साथ बैठो। यही वो संपूर्णप्राप्तिओं का जीवन हैजो तुम्हे विश्रचयिता के ईश्वरीयपरिवार का सदस्यबनने से मिलताहै। यादकरो कितुम कौन हो औरअपने आपको इस विस्मृतिके खेल से मुक्तकरो। तुम अपने निजीस्वरूप को स्मृति मेंलाओ और अधिकारीआत्मा बन जाओ।
बाबा से प्रेरणाऐ:
अपने मन को सर्व बातों से हटा कर बाबा में लगाऐं। बाबा है साइलेन्स का सागर। इस साइलेन्स में मैं बाबा से प्रेरणायुक्त और पवित्र सेवा के संकल्प ले रही हूँ।
बाबा से वरदान:
सूक्ष्म वतन में मीठे बाबा के सामने मेरा फरिश्ता स्वरूप साफ दिखाई दे रहा है। बहुत प्यार व शक्तिशाली दृष्टि से बाबा मुझे वरदान दे रहें हैं
तुम वो आत्मा हो जिसे खुशियों का अविनाशी खजाना मिल रहा है। तुम्हारे "क्यों" के गीत अबखत्म हो गये हैं और हर दिन तुम "वाह मेरा बाबा", "वाह मेरा भाग्य" और "वाह मेरा स्वीट परिवार" के ये गीत गा रही हो।
बेहद की सूक्ष्म सेवा: (आखिरी के पंद्रह मिनिट - प्रातः ४:४५ से ५:०० बजे तक)
बाबा द्वारा इस वरदान को अपने शुभ संकल्पों द्वारा, वरदाता बन, मैं पूरे विश्‍व को दान दे रही हूँ। अपनी फरिश्ता ड्रेस पहन कर मैं विश्‍व भ्रमण करते हुए सर्व आत्माओं को ये वरदान दे रही हूँ।
रात्रि सोने के पहले
आवाज़ की दुनिया के पार जा कर अपनी स्टेज को स्थिर बनाऐं। चेक करें की आज मैंने दिन भर में किसी बात की अवज्ञा तो नहीं की? अगर हाँ तो बाबा को बताऐं। किसी के मोह या आकर्षण मे बुद्धि तो नहीफंसी? अपने कर्मो का चार्ट बनाऐं। तीस मिनिट के योग द्वारा किसी भी गलत कर्म के प्रभाव से स्वयं को मुक्त करें। अपने दिल को साफ और हल्का कर के सोऐं।

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