Om Shanti
Om Shanti
कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो            सोच के बोलो, समझ के बोलो, सत्य बोलो            स्वमान में रहो, सम्मान दो             निमित्त बनो, निर्मान बनो, निर्मल बोलो             निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी बनो      शुभ सोचो, शुभ बोलो, शुभ करो, शुभ संकल्प रखो          न दुःख दो , न दुःख लो          शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आपका लाख लाख पद्मगुना शुक्रिया !!! 

Amritology Point For December Dec 22 2014 (H&E)

For December 22, 2014

A Soul Basking in the Rays of the Sun and the Silver Light of the Moon

Dec15
First Awareness
The moment I open my eyes, I realize: I am a special soul. Because I belong to Baba, Baba sees me as a very special and unique soul.

Who am I?
I am a soul, Baba’s child. I experience the sweetness of all relationships with Baba. The intoxication of these two thoughts propels me easily to the subtle regions.

To whom do I Belong?
Soul converses with Baba:
Good morning sweet Baba. These two thoughts — that I am a soul, Baba’s child; and that I have all relationships with Baba – make me a constant, natural, easy yogi.

Baba converses with the Soul:
Sweet child, wake up! Sit down with Me. You like to go on picnics and vacations. Instead, accept my special invitation to come visit me in the subtle regions during amrit vela. Come to the shore of the Ocean of Knowledge – without spending any money. You will benefit greatly. Bask in the rays of the Sun of Knowledge and the silver rays of the moon of knowledge. Have a spiritual picnic and play many games.

Receiving Inspirations
I take a moment to quiet my chattering mind by focusing on Baba, the Ocean of Silence. In this silence, I receive from Baba pure, inspiring thoughts for service.

Receiving a Blessing from Baba
I manifest my angelic form before sweet Baba in the subtle regions. With much love and powerful drishti, pure vision, He gives me this blessing:
By being set on the seat of your elevated reality, you have become a hero actor who rises above all adversity. When you remember that you’re a victorious jewel and a master of all spiritual powers, this awareness forms the seat of self-respect. From this seat, your every wish is obeyed and Divine Magic is in your hands.

Unlimited Subtle Service (last 15 minutes)
I bestow on the world the blessing described above. I take this blessing from Baba and gift it to the whole world through my pure thoughts. With my angelic costume, I circle the earth globe and give this blessing to all souls.

Before Going to Bed
I steady myself in the stage beyond sound. I mentally check: was I disobedient in anyway during the day? If so, I admit it to Baba. Did I succumb, mentally or physically, to any attractions, attachments, or selfish preferences? I chart my actions, and remove the impact of faulty actions with 30 minutes of yoga. I go to sleep with a clean and clear heart.
***
headphone meditation

English Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

For December 22nd

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Hindi Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

अमृत वेला के पॉइंट साज़ और आवाज़ से जुड़े ६० मिनट

(तीसरा सप्ताह – 22-12-2014)


Hindi Soundtrack with Amrit Vela points - 60min

अमृतवेला(तीसरा सप्ताह – 22-12-2014)
सूर्य की तेजस्वी किरणें और चन्द्रमा की चाँदिनी में मगन एक आत्मा
पहली स्मृति
आँख खुलते ही संकल्प करेंकि मैं आत्मा हूँ मैं इस धरा को प्रकाशमय करने के लिये स्वीट लाइट के होम से अवतरित हुई हूँ
मैं कौन हूँ?
मैं आत्मा बाबा कीबच्ची हूँ। मैं बाबा केसाथ सर्व सम्बंधो के रसकी मिठास काअनुभव कर रहीहूँ। इनदोनो संकल्पों कानशा मुझे सहजतासे सूक्ष्मवतन की ओरउड़ा रहा है।
मैं किसकी हूँ?
आत्मा की बाबा से रूहरिहान:
मीठे बाबा - गुडमॉर्निंग। मैं बाबा की हूँ और मेरे सर्व सम्बन्ध एक मीठे बाबा से ही हैं। ये दोनो ही संकल्प मुझे सदा काल का स्वभाविक और सहज योगी बना रहें हैं।
बाबा की आत्मा से रूहरिहान:
मीठे बच्चे! जागो! मेरे साथ बैठो। तुम बच्चों को पिकनिक पर जाना और हालिडे मनाना बहुत अच्छा लगता है। इसलिये अमृतवेले बापदादा तुम बच्चों को सूक्ष्म वतन में आने का निमंत्रण दे रहे हैं। बच्चे! इस ज्ञान सागर के किनारे आओ और इस बेहद के सागर में समा जाओ। मेरी छत्रछाया में यह सर्व सूक्ष्म खजाने स्वतः ही तुम्हें प्राप्त हैं। बच्चों! आओ और मुझ ज्ञान सूर्य के प्रकाश और ज्ञान चन्द्रमा की शीतल चँदनी में मगन हो जाओ। सब मिलके रूहानी पिकनिक मनाओ और रूहानी खेल में खो जाओ।
बाबा से प्रेरणाऐ:
अपने मन को सर्व बातों से हटा कर बाबा में लगाऐं। बाबा है साइलेन्स का सागर। इस साइलेन्स में मैं बाबा से प्रेरणायुक्त और पवित्र सेवा के संकल्प ले रही हूँ।
बाबा से वरदान:
सूक्ष्म वतन मेंमीठे बाबा के सामने मेरा फरिश्ता स्वरूप साफदिखाई दे रहा है। बहुत प्यार व शक्तिशाली दृष्टि से बाबा मुझे वरदान दे रहे हैं- अपने स्वमानकी हाइयेस्ट सीटपर सेट होकरतुम हीरो ऐक्टर बच्चे सभी विकराल परिस्थितिओं कोसहजता से पारकररहे हो तुम एक विजयी रत्न औरमास्टर सर्व शक्तिमानआत्मा हो, यही स्मृतितुम आत्मा के स्वमान की सीट बन रही है इस स्वमान की सीट पर सेट होकर तुम्हारी हर आज्ञाका पालन हो रहा है औरतुम्हारे हाथों मेंजादूई परमात्म शक्ति रही है।
बेहद की सूक्ष्म सेवा: (आखिरी के पंद्रह मिनिट - प्रातः ४:४५ से ५:०० बजे तक)
बाबा द्वारा इस वरदान को अपने शुभ संकल्पों द्वारा, वरदाता बन, मैं पूरे विश्‍व को दान दे रही हूँ। अपनी फरिश्ता ड्रेस पहन कर मैं विश्‍व भ्रमण करते हुए सर्व आत्माओं को ये वरदान दे रही हूँ।
रात्रि सोने के पहले
आवाज़ की दुनिया के पार जा कर अपनी स्टेज को स्थिर बनाऐं। चेक करें की आज मैंने दिन भर में किसी बात की अवज्ञा तो नहीं की? अगर हाँ तो बाबा को बताऐं। किसी के मोह या आकर्षण मे बुद्धि तो नहीफंसी? अपने कर्मो का चार्ट बनाऐं। तीस मिनिट के योग द्वारा किसी भी गलत कर्म के प्रभाव से स्वयं को मुक्त करें। अपने दिल को साफ और हल्का कर के सोऐं।

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