Swamaan / Sankalp / Slogan:
Swaroop Bano
November 1, 2012:
Om
Shanti Divine Angels!!!
Points to Churn from the Murli of November 1, 2012
Praise of Baba:
The Ocean of Knowledge, the Incorporeal Purifier, the Supreme Father, and the Supreme Soul Shiv Baba is.... My Baba...Sweet Baba...Loving Baba...Kind-hearted Baba...Compassionate Baba...the True Father...the True Teacher...the Unlimited Father...the Liberator...the Guide...the Master... the Almighty Authority Father...
Points of Self-Respect and Soul Study:
Dharna: By keeping all our attainments in front of us, we, the charitable souls, easily cremate all our vices, old sanskars, weaknesses, defects, mistakes and rubbish in volcanic yoga, fill ourselves with the divine virtues and become karmateet...
By taking power and strength from the Almighty Authority Father, we remove our defects and have a clean heart...we imbibe the virtues of honesty and purity, follow shrimat, follow the Father, and become first class...by becoming completely pure, we become beautiful from ugly, worship-worthy from worshippers, attain liberation and liberation-in-life, wear a crown, get anointed with a tilak and get seated on a throne...
Slogan: With the mantra of Manmanabhav and Madhyajibhav, we, the souls, constantly spin the discus of self realization in detail in our intellect...while walking and moving around we remember our land of peace and the land of happiness, absolve our sinful actions, and accumulate in our account of an imperishable status... by having the land of liberation (Alpha) in one eye, the land of liberation-in-life (Beta) in the other eye, we become the light houses showing the path of happiness to all....
ॐ शान्ति दिव्य फरिश्ते !!!
विचार सागर मंथन: नवंबर 1, 2012
बाबा की महिमा:
ज्ञान के सागर पतित पावन निराकार परमपिता परमात्मा शिव बाबा हैं...मेरा बाबा...प्यारा बाबा...मीठा बाबा...दयालु बाबा...कृपालु बाबा... सत बाप...सत टीचर...सत गुरु... बेहद का बाप...लिबरेटर...गाइड...उस्ताद... सर्वशक्तिमान बाप...
स्वमान और आत्मा अभ्यास :
ज्ञान : हम अजर अमर अविनाशी अशरीरी आत्मा हैं, परमात्मा बाप हुमको पढ़ाते हैं...इस बात को निश्चय कर हरेक बात समझनेवाले सपूत बच्चे हैं... बेहद के बाप से बेहद का ज्ञान लेकर, बेहद की खुशी में रहनेवाले, विष्णु की माला के मणके हैं...
योग: हम आत्माएँ, बेहद के बाप और बेहद का वर्सा याद करनेवाले, बेहद की पुरानी दुनिया को बुद्धि से निकाल एक शिव बाबा को ही याद करनेवाले, जबरजस्ट कमाई कर 21 जन्मों का ऊँच पद का वर्सा पानेवाले, बेहद के सन्यासी हैं... उस्ताद से स्वर्ग के मालिक बननेवाले वारिस हैं...
धारणा: हम पुण्यात्माएँ, अपनी सब प्राप्तियों को सामने रख, अपने अवगुण, पूराने संस्कार, अपनी कमज़ोरियाँ, खामियाँ, ग़लतियाँ, कीचड़ा, सब ज्वालामुखी योग से अंतिम संस्कार कर दिव्य गुण भरनेवाले कर्मातीत हैं...
सर्वशक्तिमान बाप से ताक़त लेकर अवगुणों को निकाल साफ दिल बननेवाले, सच्चाई और पवित्रता का गुण धारण करनेवाले, श्रीमत पर चल बाप को फोलो कर फ़र्स्टक्लास बननेवाले, पूरे पवित्र बन श्याम से सुंदर, पूजारी से पूजनीय, मुक्ति जीवन मुक्ति पानेवाले, ताजधारी, तिलकधारी, तख्तनशीन हैं...
सेवा: हिम्मते बच्चे मददे बाप !
हम आत्माएँ, गुण धारण कर, घर-घर में “शिव बाबा को याद करो तो विकर्म विनाश होंगे” का संदेश देकर बहुतों का कल्याण करनेवाले, सेवा में सफल हैं...
समझदार बन निमंत्रण देकर सबको ज्ञान समझानेवाले, वृद्धि से बहुत सेंटर्स खोलनेवाले, ड्रामा में आने वालों के लिए प्रबंध करनेवाले, बहुरूपी बाप के विशाल बुद्धि वाले बहू रूपी बच्चे हैं...
वरदान: हम आत्माएँ, संगम युग में सदा मूँझे बिना मौज में रहनेवाले, सभी परिस्थितियाँ और समस्याओं से पार सदा एवर-रेडी रहनेवाले, हर संकल्प, हर बोल, हर कर्म हर सेकण्ड सफल करनेवाले, वैल्युबुल और विशेष हैं...
स्लोगन : हम आत्माएँ, मनमनाभव, मध्यज़ी भव के मंत्र के साथ सदा बुद्धि में स्वदर्शनचक्र डीटेल में फिराने वाले, चलते-फिरते अपने शान्ति धाम और सुख धाम याद कर विकर्म विनाश कर अविनाशी पद का खाता जमा करनेवाले, एक आँख में मुक्ति धाम (अल्फ) और दूसरी आँख में जीवन मुक्ति धाम(बे) वाले, सबको सुख का रास्ता बतानेवाले लाइट हाउस हैं...
Om Shanti divya farishte !!!
Gyan ke Sagar Patit Paavan Niraakaar Parampita Paramatma Shiv Baba hain...Mera Baba...Pyaara Baba...Meetha Baba...Dayalu Baba...Kripalu Baba... Sat Baap...Sat Tichar...Sat Guru... Behad ka Baap...Libretar...Gaaid...Ustaad... Sarv Shakti maan baap...
November 1, 2012:
हिम्मते बच्चे मददे बाप !
When children have courage, the Father helps!
Himmate bachche madade baap !
Points are in 3 languages: Hindi, English and Hinglish (Hindi
written in English Script) Please scroll down to the language of your choice.
Points to Churn from the Murli of November 1, 2012
Praise of Baba:
The Ocean of Knowledge, the Incorporeal Purifier, the Supreme Father, and the Supreme Soul Shiv Baba is.... My Baba...Sweet Baba...Loving Baba...Kind-hearted Baba...Compassionate Baba...the True Father...the True Teacher...the Unlimited Father...the Liberator...the Guide...the Master... the Almighty Authority Father...
Points of Self-Respect and Soul Study:
Knowledge : We are imperishable, immortal,
indestructible, bodiless souls, and the
Supreme Soul, our Father is teaching us...by making this firm and by having
faith, we, the obedient children understand all aspects... we are the beads in
the rosary of Vishnu, who learn the unlimited knowledge from the Unlimited Father,
and remain in unlimited happiness...
Yoga: We,
the souls, remain in remembrance of the unlimited Father and the unlimited
inheritance and remove the unlimited old world from our intellects...we are the
unlimited sanyasis who remember only the One Shiv Baba, earn a huge income and
attain the inheritance of a high status for 21 births...we are the heirs who
are made the masters of heaven by the Master...
Dharna: By keeping all our attainments in front of us, we, the charitable souls, easily cremate all our vices, old sanskars, weaknesses, defects, mistakes and rubbish in volcanic yoga, fill ourselves with the divine virtues and become karmateet...
By taking power and strength from the Almighty Authority Father, we remove our defects and have a clean heart...we imbibe the virtues of honesty and purity, follow shrimat, follow the Father, and become first class...by becoming completely pure, we become beautiful from ugly, worship-worthy from worshippers, attain liberation and liberation-in-life, wear a crown, get anointed with a tilak and get seated on a throne...
Service:
When
children have courage, the Father helps!
By
imbibing virtues, we, the souls, are successful in service....we go to every
home and give the message “Remember Shiv Baba and your sins will be absolved”
and benefit many...
We
are the children with broad intellects and with many forms of the Father with
many forms, who give invitations, explain knowledge to all by being sensible, open
a lot of centres due to expansion, and make arrangements for those who are yet
to come as per the drama...
Blessing: We, the souls, constantly
remain in spiritual pleasure (mauj) without being confused (moonjh) at the
confluence age...by being beyond all adverse situations and problems, we are
ever-ready...we are the special and valuable souls who use every thought, every
word, and every action at every second in a worthwhile way...
Slogan: With the mantra of Manmanabhav and Madhyajibhav, we, the souls, constantly spin the discus of self realization in detail in our intellect...while walking and moving around we remember our land of peace and the land of happiness, absolve our sinful actions, and accumulate in our account of an imperishable status... by having the land of liberation (Alpha) in one eye, the land of liberation-in-life (Beta) in the other eye, we become the light houses showing the path of happiness to all....
ॐ शान्ति दिव्य फरिश्ते !!!
विचार सागर मंथन: नवंबर 1, 2012
बाबा की महिमा:
ज्ञान के सागर पतित पावन निराकार परमपिता परमात्मा शिव बाबा हैं...मेरा बाबा...प्यारा बाबा...मीठा बाबा...दयालु बाबा...कृपालु बाबा... सत बाप...सत टीचर...सत गुरु... बेहद का बाप...लिबरेटर...गाइड...उस्ताद... सर्वशक्तिमान बाप...
स्वमान और आत्मा अभ्यास :
ज्ञान : हम अजर अमर अविनाशी अशरीरी आत्मा हैं, परमात्मा बाप हुमको पढ़ाते हैं...इस बात को निश्चय कर हरेक बात समझनेवाले सपूत बच्चे हैं... बेहद के बाप से बेहद का ज्ञान लेकर, बेहद की खुशी में रहनेवाले, विष्णु की माला के मणके हैं...
योग: हम आत्माएँ, बेहद के बाप और बेहद का वर्सा याद करनेवाले, बेहद की पुरानी दुनिया को बुद्धि से निकाल एक शिव बाबा को ही याद करनेवाले, जबरजस्ट कमाई कर 21 जन्मों का ऊँच पद का वर्सा पानेवाले, बेहद के सन्यासी हैं... उस्ताद से स्वर्ग के मालिक बननेवाले वारिस हैं...
धारणा: हम पुण्यात्माएँ, अपनी सब प्राप्तियों को सामने रख, अपने अवगुण, पूराने संस्कार, अपनी कमज़ोरियाँ, खामियाँ, ग़लतियाँ, कीचड़ा, सब ज्वालामुखी योग से अंतिम संस्कार कर दिव्य गुण भरनेवाले कर्मातीत हैं...
सर्वशक्तिमान बाप से ताक़त लेकर अवगुणों को निकाल साफ दिल बननेवाले, सच्चाई और पवित्रता का गुण धारण करनेवाले, श्रीमत पर चल बाप को फोलो कर फ़र्स्टक्लास बननेवाले, पूरे पवित्र बन श्याम से सुंदर, पूजारी से पूजनीय, मुक्ति जीवन मुक्ति पानेवाले, ताजधारी, तिलकधारी, तख्तनशीन हैं...
सेवा: हिम्मते बच्चे मददे बाप !
हम आत्माएँ, गुण धारण कर, घर-घर में “शिव बाबा को याद करो तो विकर्म विनाश होंगे” का संदेश देकर बहुतों का कल्याण करनेवाले, सेवा में सफल हैं...
समझदार बन निमंत्रण देकर सबको ज्ञान समझानेवाले, वृद्धि से बहुत सेंटर्स खोलनेवाले, ड्रामा में आने वालों के लिए प्रबंध करनेवाले, बहुरूपी बाप के विशाल बुद्धि वाले बहू रूपी बच्चे हैं...
वरदान: हम आत्माएँ, संगम युग में सदा मूँझे बिना मौज में रहनेवाले, सभी परिस्थितियाँ और समस्याओं से पार सदा एवर-रेडी रहनेवाले, हर संकल्प, हर बोल, हर कर्म हर सेकण्ड सफल करनेवाले, वैल्युबुल और विशेष हैं...
स्लोगन : हम आत्माएँ, मनमनाभव, मध्यज़ी भव के मंत्र के साथ सदा बुद्धि में स्वदर्शनचक्र डीटेल में फिराने वाले, चलते-फिरते अपने शान्ति धाम और सुख धाम याद कर विकर्म विनाश कर अविनाशी पद का खाता जमा करनेवाले, एक आँख में मुक्ति धाम (अल्फ) और दूसरी आँख में जीवन मुक्ति धाम(बे) वाले, सबको सुख का रास्ता बतानेवाले लाइट हाउस हैं...
Om Shanti divya farishte !!!
Vichaar Sagar Manthan: Navambar 1, 2012
Baba ki Mahima:
Gyan ke Sagar Patit Paavan Niraakaar Parampita Paramatma Shiv Baba hain...Mera Baba...Pyaara Baba...Meetha Baba...Dayalu Baba...Kripalu Baba... Sat Baap...Sat Tichar...Sat Guru... Behad ka Baap...Libretar...Gaaid...Ustaad... Sarv Shakti maan baap...
Swamaan aur Atma Abhyas :
Gyan : Hum ajar amar
avinaashi ashareeree atma hain, parmaatma baap humko padhaate hain...is baat
ko nishchay kar harek baat samajhnewale sapoot bachche hain... behad ke baap se behad ka gyan lekar, behad ki khushi men rahnewale, Vishnu ki
mala ke manke hain...
|
Yog: Hum atmaayen, behad
ke baap aur behad ka varsa yaad karnewale, behad ki puraani duniya ko buddhi se
nikaal ek Shiv Baba ko hi yaad karnewale, jabarjast kamaai kar 21 janmon ka
oonch pad ka varsa paanewale, behad ke
sanyaasi hain... Ustaad se swarg ke maalik ban newale vaaris hain...
Dhaarna: Hum punyatmaayen, apni sab praaptiyon ko saamne rakh, apne avgu n, pooraane
sanskaar, apni kamjoriyon, khaamiyaan, galtiyaan, kichda, sab jwalamukhi yog se
antim sanskar kar divy gu n bharnewale karmaateet hain...
Sarv
Shakti maan baap se taakat lekar avgu non ko nikaal saaf dil bannewale,
sachchaai aur pavitrta ka gu n dhaaran karnewale, shrimat par chal baap ko
folo kar farst klaas ban newale, poore pavitr ban shyaam se sundar, poojaari
se pujaniy, mukti jeewan mukti paanewale, taj dhaari, tilah dhaari, takht
nasheen hain... |
Seva: Himmate bachche
madade baap !
Hum
atmaayen, g u n dhaaran kar, ghar-ghar men “shiv baba
ko yaad karo to vikarm vinaash honge” ka sandesh dekar bahuton ka
kalyaan karnewale, seva men safal hain...
samajhdaar
ban nimantran
dekar sabko gyan samjhaanewale,
vriddhi
se bahut sentars kholnewale, drama men aane walon ke liye prabandh karnewale, bahuroopi
baap ke vishaal buddhi wale bahu roopi bachche hain...
Vardaan: Hum atmaayen, sangam yug men sada moonjhe bina mauj men
rahnewale, sabhi parishtiyaan aur samasyaaon se paar sada evar-redy rahnewale,
har sankalp, har bol, har karm har sekand safal karnewale, vai lyu bul aur
vishesh hain...
Slogan: Hum atmaayen, man
mana bhav, madhyaji bhav ke mantr ke saath sada buddhi men sw darshan chakr
ditel men firaane wale, chalte-firte apne shanti dhaam aur sukh dhaam yaad
kar vikarm vinaash kar avinaashi pad ka khaata jama karnewale, ek aankh men
mukti dhaam (alf) aur doosri aankh men jeewan mukti dhaam(be) wale, sabko
sukh ka rasta bataanewale laait haaus hain...
|
|
|
Dear BK Family.... Since March 1, 2012, we have started special
Mansa service country wise, in alphabetical order. There are more than 200
countries in the world and each day we can serve one country right from
Amritvela until Night ... (this may also give us knowledge of a bit of history
and geography) Please join us, it is an open invitation to all...
With Bapdada’s and the Advance Party's
blessings, let us continue
the
World Service Tour: November 1, 2012: ☆ Cayman Islands ☆
Capital
(and largest city) |
||
Official
language(s)
|
||
Ethnic groups (2011[1])
|
40% Afro-European20% European20%
African20%
other
|
|
Caymanian
|
||
-
|
||
-
|
||
-
|
||
Legislature
|
||
Establishment
|
||
-
|
British Overseas Territory
|
1962
|
-
|
Current constitution
|
6 November 2009
|
-
|
Total
|
264 km2 (206th) 102 sq mi
|
-
|
||
-
|
2010 census
|
54,878
|
-
|
Density
|
1-11-2012:
Song: Mukhda dekh le praani... मुखड़ा
देख ले प्राणी... Look
at your face in the mirror of your heart.
|
http://www.youtube.com/watch?v=Fpl8Y_jYODI&feature=email
|