Swamaan /
Sankalp / Slogan: Swaroop Bano
Points to Churn from the Murli of January 13, 2013
Praise of Baba:
The Ocean of Knowledge, the Incorporeal Purifier, the Supreme Father, and the Supreme Soul Shiv Baba is.... My Baba...Sweet Baba...Loving Baba...Kind-hearted Baba...Compassionate Baba...the True Father...the True Teacher...the Unlimited Father... the Almighty Authority...the Truth, the Living Being, the Blissful One and the Seed... the Bestower of Salvation...
Points of Self-Respect and Soul Study:
ॐ शान्ति दिव्य फरिश्ते !!!
विचार सागर मंथन: जनवरी 13, 2013
बाबा की महिमा:
ज्ञान के सागर पतित पावन निराकार परमपिता परमात्मा शिव बाबा हैं...मेरा बाबा...प्यारा बाबा...मीठा बाबा...दयालु बाबा...कृपालु बाबा... सत बाप...सत टीचर...सत गुरु... बेहद का बाप... सर्वशक्तिमान...सत चित आनंद स्वरूप...बीजरूप...सदगति दाता...
स्वमान और आत्मा अभ्यास :
1. हम आत्माएँ, सर्वशक्तियों की अथॉरिटी से मायाजीत और प्रकृतिजीत हैं... जिस शक्ति द्वारा जो कार्य कराना चाहें, वही कार्य में सफल स्वरूप हैं... सर्व नॉलेज की अथॉरिटी से पावरफुल, स्व पर राज्य और विश्व पर राज्य करनेवाले, निरन्तर नशा वाले, मास्टर आलमाइटी अथॉरिटी हैं...
2. एक बाप दूसरा ना कोई... हम आत्माएँ, इसी स्मृति में समर्थी में रहनेवाले, अपने को चेक कर, जानकार, मानकर, सोचकर चेन्ज करनेवाले, नॉलेज रूपी दवाई से समय प्रमाण डोज़ लेकर, युक्ति से मुक्ति पानेवाले, ज्ञानी तू आत्माएँ हैं...दूसरा कोई व्यक्ति व वैभव, सम्बन्ध वा सम्पर्क व स्थूल या सूक्ष्म साधन स्मृति में नहीं लानेका फुल निरन्तर अटेंशन रखेनवाले, योगी तू आत्माएँ हैं...श्रीमत पर चल, वातावरण और संगदोष के प्रभाव से परे, निरन्तर स्मृति स्वरूप हैं...
3. हम आत्माएँ, दिव्यता और अलौकिकता को अपने जीवन का शृंगार बनाकर साधारणता समाप्त करनेवाले, हांजी कर बापदादा के आज्ञा रूपी कदम पर कदम रख सर्व सम्बंध्नों से परमात्मा की दुआएँ पानेवाले, डबल लाइट हैं...कदम कदम पर श्रीमत पर चल हर फरमान को स्वरूप में लानेवाले, आज्ञाकारी, फरमानबरदार हैं ...रचयिता पन को स्मृति में रख देही अभिमानी बन, माया के अधिकारी बन, अधिकारी पन की स्मृति स्वरूप बन, विश्व के मालिक हैं...
4. हम आत्माएँ, श्रेष्ठ से श्रेष्ठ मालिक के रस में सदा एक रस स्थिति में रहनेवाले, इन कर्मेन्द्रियों द्वारा एक का ही रस लेनेवाले, बाप की डायरेक्शन प्रमाण, सर्व बोझ बाप को देनेवाले, ऊड़ती कला वाले गृहस्थी के बदले लौकिक और अलौकिक प्रवृत्ति ट्रस्टी हैं...सब परहेज रख ज्ञान और योग द्वारा प्राप्तियाओं की अनुभूति करनेवाले सर्व प्राप्तियों की प्रापर्टी के मालिक हैं...63 जन्मों के गृहस्थी-पन के संस्कार छोड़, तन के और मन के, अर्थार्त संकल्प के ट्रस्टी बन, बाप को सर्व ज़िम्मेवारी देकर हल्के बन हाई जम्प लगानेवाले, रूह-रिहान से रूहों में राहत भरनेवाले, शिकायतों को रूहानियत में बदल संगम युग के सुखों को अनुभव करनेवाले बालक सो मालिक हैं...
5. हम आत्माएँ, वर्तमान को जाननेवाले, भविष्य को वर्तमान के आधार जानेनेवाले, तीनों काल को जाननेवाले, त्रिकालदर्शी हैं...सर्व पुराने संस्कार, स्वभाव, संकल्प, बोल व एक्टिविटी में नयापन लानेवाले, नई दुनिया के अधिकारी हैं...नवीनता का और परिवर्तन का अनुभव कर, स्व-परिवर्तन से विश्व परिवर्तन कर, नई दुनिया की तिथि-तारीख प्रत्यक्ष करनेवाले, नई दुनिया के निमित्त हैं...
6. हम आत्माएँ, बाप के लव में लवलीन होकर, धरनी बनाकर, बेहद के वैरागियों का संगठन बनाकर, संगठन के वायब्रेशन और वायुमण्डल द्वारा अन्य आत्माओं के बेहद के वैराग्य के संस्कार इमर्ज करनेवाले, एक तरफ अति लव, और दूसरी तरफ बेहद का वैराग्य वाले लवली बाप के लवली संगठन के लवली बच्चे हैं...
Om Shanti divya farishte !!!
Gyan ke Sagar Patit Paavan Niraakaar Parampita Paramatma Shiv Baba hain...Mera Baba...Pyaara Baba...Meetha Baba...Dayalu Baba...Kripalu Baba... Sat Baap...Sat Tichar...Sat Guru... Behad ka Baap... Sarv shakti maan...Sat Chit Anand Swaroop...Beejroop...Sadgati Data...
In the daily murlis,
Bapdada gives vardaan to the entire Bramin family spread all over the world. Baba
also remarked in the murli, dated 7-1-2012 that serviceable children will make
cartoons after listening to the murli. Visualization makes remembrance of
the blessing throughout the day easier and thus makes it more fruitful.
13-01-2013:
Experiencing all types of happiness of the confluence age by observing
precautions.
Blessing: May you be obedient
and receive God’s blessings by placing your footsteps in the Father’s steps.
To be obedient means to be one who places his or her steps in the steps of
BapDada’s orders. Only such obedient children receive God’s blessings through
all relationships. This is also a law. Even in an ordinary way, when person
says, “Ha ji” and follows the directions of someone, he definitely then
receives blessings from the one whose directions he follows. These are God’s
blessings that make obedient souls constantly double light.
Slogan: Make divinity and
spirituality the decoration of your life and ordinariness will then finish.
13-01-2013:
13-01-13
प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:20-10-75 मधुबन
''परहेज द्वारा संगमयुग के सर्व सुखों की अनुभूति''
वरदान:- बाप के कदम पर कदम रखते हुए परमात्म दुआयें प्राप्त करने वाले आज्ञाकारी भव
आज्ञाकारी अर्थात् बापदादा के आज्ञा रूपी कदम पर कदम रखने वाले। ऐसे आज्ञाकारी को ही सर्व संबंधों से परमात्म दुआयें मिलती हैं। यह भी नियम है। साधारण रीति भी कोई किसी के डायरेक्शन प्रमाण हाँ जी कहकर कार्य करते हैं तो जिसका कार्य करते उसकी दुआयें उनको जरूर मिलती हैं। यह तो परमात्म दुआयें हैं जो आज्ञाकारी आत्माओं को सदा डबल लाइट बना देती हैं।
स्लोगन:- दिव्यता और अलौकिकता को अपने जीवन का श्रंगार बना लो तो साधारणता समाप्त हो जायेगी।