Om Shanti Divine Angels!!!
Points to Churn: October 01, 2013
Praise of the Father: The Supreme
Father the Supreme Soul, Shiva...the Most Beloved Father...the God
Father...Blissful...Knowledge-full...the Death of all deaths...the unlimited
Father...the Purifier...the Bestower of Salvation...
Knowledge: Incorporeal God speaks through the body of Brahma. You
should make this first thing firm: it is not a human
being teaching you here. Incorporeal God is teaching you. This is the incorporeal Godfatherly University. This
can only sit in your intellect when your body consciousness is
removed. When it is not in your fortune, you are unable to imbibe.
Yoga:
With the help of the power of yoga,
become soul conscious. Forget
your body and all bodily relations, have the faith that you are a soul and
remember Me, your Father. It is very easy to remember. The Father says: Come to
the sweet home. No one, apart from Me, can take you there. In order to see the final scenes with your physical eyes, become yogyukt.
Dharna: From shells transform
to diamonds and from ordinary men transform to deities.
Lust is the great enemy; you have to conquer this. In the Gita, too, it says:
God speaks; Lust is the great enemy. The
Father says: Become pure and you will become kings of kings. Listen to the
truth from only the one Father. Hear no evil, see no evil. For
self-transformation, finish all traces of the limited and whoever you look at or whoever sees you should
experience the intoxication of the
emperor of the unlimited.
Service: We promise
that we will always remain pure and make Bharat pure. Only those who become pure and make others pure will claim a high status.
The secrets of this spiritual pilgrimage also have to be explained to your
friends and relatives. You have been on
physical pilgrimages for birth after birth. This spiritual pilgrimage only
takes place once. Everyone has to return home.
When children have courage, the
Father helps.
You have to become the true, spiritual Salvation Army and salvage Bharat
from the vices. Become the Father's helpers
and do spiritual social service.
Points
of Self Respect: The masters of the land of truth...the incognito
gopikas...Brahmakumars and kumaris...ones with a broad and unlimited
intellect...God’s helpers...the spiritual Salvation army...the form of
shaktis...Shiv Shakti Pandava Army...the masters of the world...the spiritual
social workers...the emperors of the unlimited...
ॐ शान्ति दिव्य फरिश्ते !!!
विचार
सागर
मंथन:
October 01, 2013
बाबा की महिमा : परमपिता
परमात्मा शिव... मोस्ट
बिलवेड बाप... गॉड फादर... ब्लिसफुल.... नॉलेजफुल... कालों
का काल... बेहद के बाप... पतित-पावन... सद्गति
दाता...
ज्ञान : निराकार भगवानुवाच ब्रह्मा तन द्वारा | यह पहली बात तो पक्की कर लेनी चाहिए कि यहाँ कोई मनुष्य नहीं पढ़ाते, निराकार भगवान् पढ़ाते हैं | यह इनकॉरपोरियल गॉड फादरली यूनिवर्सिटी है | देह-अभिमान निकले तब बुद्धि में बैठे | तक़दीर में नहीं तो फिर धारणा नहीं होती |
योग : तुमको है योगबल की मदद, देहि-अभिमानी बनो |
तुम देह सहित देह के सम्बन्ध, उनको भूल अपने को आत्मा निश्चय कर मुझ बाप को याद करो | याद करना तो बहुत सहज है | बाप कहते हैं स्वीट होम चलो | मेरे सिवाए तुमको कोई ले नहीं जा सकता | इन आँखों से पिछाड़ी की सीन देखने के लिए योगयुक्त बनना है |
धारणा : कौड़ी तुल्य से हीरे तुल्य, मनुष्य से देवता बनना
हैं | काम महाशत्रु हैं, इस पर तुम्हें जीत पानी है | गीता में भी है भगवानुवाच, काम महाशत्रु है | बाप कहते हैं पवित्र बनो तब तुम राजाओं का राजा बनेंगे |
एक बाप से ही सत्य बातें सुननी है | हियर नो ईविल, सी नो ईविल...... | स्व-परिवर्तन के लिए हद को सर्व वंश सहित समाप्त करो, जिसको भी देखो वा जो भी आपको देखे, बेहद के बादशाह का नशा अनुभव हो |
सेवा : प्रतिज्ञा करो – हम सदा पवित्र रह भारत को पवित्र बनायेंगे | इसमें जो पवित्र बनेंगे और बनायेंगे वही ऊँच पद पायेंगे |
मित्र-सम्बन्धियों आदि को भी रूहानी यात्रा का राज़ समझाना है | जिस्मानी यात्रा तो जन्म-जन्मान्तर की, यह रूहानी यात्रा एक ही बार होती है | सबको वापिस जाना है |
हिम्मते मर्दा, मददे खुदा | सच्चे-सच्चे रूहानी सैलवेशन आर्मी बन भारत को विकारों से सैलवेज करना है | बाप का मददगार बन रूहानी सोशल सेवा करनी है |
स्वमान : सचखण्ड के मालिक... गुप्त गोपिकायें... ब्रह्माकुमार-कुमारियां... योगयुक्त... विशाल बुद्धि... खुदाई खिदमतगार... रूहानी सैलवेशन आर्मी... शक्ति अवतार... शिव शक्ति, पाण्डव सेना... विश्व का मालिक... रूहानी सोशल वर्कर्स... बेहद में बादशाह...
http://www.youtube.com/watch?v=qi5ccKZ_VgY
Song: Kisine apna banake mujhko...Someone made me belong to Him and
taught me how to smile...
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http://www.youtube.com/watch?v=SU2pMQR766U
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01-10-2013:
Essence: Sweet
children, you will be able to stay in constant happiness when you have full
faith that you are listening to the versions of God alone and that God Himself
is teaching you.
Question: According to the drama, what plans and preparations is everyone making?
Answer: At this time, everyone is making plans to produce so much grain in so many years and make Delhi and Bharat into New Delhi and New Bharat. However, they continue to make preparations for death. The garland of death is around the neck of the whole world. It is said: Human beings want one thing and something else happens. The Father has His own plan and human beings have their own plans.
Song: Someone made me belong to Him and taught me how to smile.
Essence for dharna:
1. You have to become the true, spiritual Salvation Army and salvage Bharat from the vices. Become the Father's helpers and do spiritual social service.
2. Listen to the truth from only the one Father. Hear no evil, see no evil. In order to see the final scenes with your physical eyes, become yogyukt.
Blessing: May you be an emperor of the unlimited by placing your steps in Father Brahma’s footsteps and merging the limited into the unlimited.
To follow the father means to merge “mine” into “Yours” and the limited into the unlimited. There is now a need to place your steps in those footsteps. Everyone’s thoughts, words and service should now be experienced to be unlimited. For self-transformation, finish all traces of the limited and whoever you look at or whoever sees you should experience the intoxication of the emperor of the unlimited. You may have service and centres, but there should be no name or trace of the limited. Only then will you attain the throne of the kingdom of the world.
Slogan: Let your thoughts be royal and then your time will not be wasted in trivial matters.
01-10-2013:
मुरली सार:- ``मीठे बच्चे - सदा खुशी में तब रह सकेंगे जब पूरा निश्चय होगा कि हम भगवानुवाच ही सुनते हैं, स्वयं भगवान हमें पढ़ा रहे हैं''
प्रश्न:-
ड्रामा
अनुसार इस समय सभी प्लैन क्या बनाते हैं और तैयारी कौन सी करते हैं?
उत्तर:-इस समय सभी प्लैन बनाते हैं इतने साल में इतना अनाज पैदा करेंगे। नई दिल्ली, नया भारत होगा। लेकिन तैयारियां मौत की करते रहते हैं। सारी दुनिया के गले में मौत का हार पड़ा हुआ है। कहावत है नर चाहत कुछ और, भई कुछ औरे की और........ बाप का प्लैन अपना है, मनुष्यों का प्लैन अपना है।
उत्तर:-इस समय सभी प्लैन बनाते हैं इतने साल में इतना अनाज पैदा करेंगे। नई दिल्ली, नया भारत होगा। लेकिन तैयारियां मौत की करते रहते हैं। सारी दुनिया के गले में मौत का हार पड़ा हुआ है। कहावत है नर चाहत कुछ और, भई कुछ औरे की और........ बाप का प्लैन अपना है, मनुष्यों का प्लैन अपना है।
गीत:-किसी ने अपना बना के मुझको......
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) सच्चे-सच्चे रूहानी सैलवेशन आर्मी बन भारत को विकारों से सैलवेज करना है। बाप का मददगार बन रूहानी सोशल सेवा करनी है।
2) एक बाप से ही सत्य बातें सुननी है। हियर नो ईविल, सी नो ईविल........ इन आंखों से पिछाड़ी की सीन देखने के लिए योगयुक्त बनना है।
वरदान:-ब्रह्मा बाप के कदम पर कदम रख हद को बेहद में समाने वाले बेहद के बादशाह भव
फालो फादर करना अर्थात् मेरे को तेरे में समाना, हद को बेहद में समाना, अभी इस कदम पर कदम रखने की आवश्यकता है। सबके संकल्प, बोल, सेवा की विधि बेहद की अनुभव हो। स्व-परिवर्तन के लिए हद को सर्व वंश सहित समाप्त करो, जिसको भी देखो वा जो भी आपको देखे - बेहद के बादशाह का नशा अनुभव हो। सेवा भी हो, सेन्टर्स भी हों लेकिन हद का नाम निशान न हो तब विश्व के राज्य का तख्त प्राप्त होगा।
स्लोगन:-अपने ख्यालात आलीशान बना लो तो
छोटी-छोटी बातों में टाइम वेस्ट नहीं जायेगा।