Om Shanti
Om Shanti
कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो            सोच के बोलो, समझ के बोलो, सत्य बोलो            स्वमान में रहो, सम्मान दो             निमित्त बनो, निर्मान बनो, निर्मल बोलो             निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी बनो      शुभ सोचो, शुभ बोलो, शुभ करो, शुभ संकल्प रखो          न दुःख दो , न दुःख लो          शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आपका लाख लाख पद्मगुना शुक्रिया !!! 

Jaadui Murli ki Kahani... The Enchanted Murli Initiative





 
 
 
Jaadui Murli कृप्या याद-प्यार स्वीकार करना जी। बीके भाई-बहनों के लिए जारी रूहानी पालना कार्यक्रम के तहत हम एक नई पहल करने जा रहे हैं जिसका नाम है जादुई मुरली...
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The Enchanted Murli Initiative

https://youtu.be/fznLhOSwsrs

 


 
 
 
As part of our ongoing sustenance program for BKs we are rolling out a new initiative called The Enchanted Murli. This initiative will go on for 6 weeks dail...
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Here is the song used in the Enchanted Murli promo with English subtitles. "Baba Teri Meethi Murli"
http://youtu.be/-7vvzKq7NUk
 


 
 
 
 
Dear Divine Brothers and Sisters Please accept love-filled remembrance. As part of our ongoing sustenance...
 
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Dear Divine Brothers and Sisters

Please accept love-filled remembrance. As part of our ongoing sustenance program for BKs we are rolling out a new initiative called The Enchanted Murli. This initiative will go on for 6 weeks daily. It begins Monday, May 11 and ends Sunday, June 21, 2015, the International Day of Yoga. Because Amritology and the webinars with our seniors were truly sustaining and unifying, we decided to facilitate a collective study of each day’s Murli to bring us all together so we can derive maximum benefit from what Baba gives us everyday.
With this in mind, we write to warmly invite you to join us for The Enchanted Murli, a collective bhatti that delves into the magical properties of Baba’s Murli and the wonders it performs on the soul in its journey to self-transformation. Please refer to The Magical Flute Story to learn why and how we picked the title, The Enchanted Murli.
We will use the spiritual trajectory of:
* smriti (remembrance)
* samarthi (power)
* mano-vritti (attitude)
* drishti
to transform our kriti (actions).
Please refer to A Spiritual Magician’s Guide to Self-transformation for an explanation of these terms. This initiative will look at how we can become spiritual magicians and transform our remembrance through the art and science of the magical Murli. Every day for six weeks the facilitators will provide a new set of points, excerpted from the days’ Murli. Please refer to the daily framework document for details. If you would like to receive these points daily (English and Hindi) in your email inbox, then register now. If you already receive Diamond Dadi points, then no need to register again. We will also have weekly webinars conducted by our seniors.
BapDada on April 5, 2015 (original date of Murli November 21, 1979) said, “Now, at the end, all Brahmins must give just a finger of cooperation with a united attitude. Only when there is unified thought will the unlimited world be transformed.”With this in mind we invite the whole global family to pay special attention to the evening meditation from 7:00pm to 7:30pm. Let us create a beautiful wave of pure remembrance and attitude spanning the whole world starting from Japan and ending in Hawaii, every day for six weeks.
Join us now for The Enchanted Murli initiative and learn to look at the Murli with a quiet heart and an open intellect. Dance to the rhythm of remembrance and truth and make these six weeks a time for deep personal transformation.
With Many Blessings and Remembrance of Baba,
Sister Mohini, Didi Nirmala, Sister Jayanti and BK Sustenance Team


प्यारे दैवी भाईयो और बहनों,

कृप्या याद-प्यार स्वीकार करना जी। बीके भाई-बहनों के लिए जारी रूहानी पालना कार्यक्रम के तहत हम एक नई पहल करने जा रहे हैं जिसका नाम है जादुई मुरली प्रस्ताव। यह प्रस्ताव 6 सप्ताह तक चलेगा। इसका आरम्भ 11 मई और अंत 21 जून 2015, अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस को होगा। क्योंकि अमृतोलोजी से और हमारे वरिष्ठ भाई बहनों के वेबिनारों से बहुतों की पालना हुई और सब एकीकृत हुए, तो हमने प्रतिदिन की मुरली से सामूहिक पढ़ाई को सुगम बनाने का निर्णय लिया जिससे सभी इक्ट्ठे हों जाऐं और जो बाबा हमें प्रतिदिन प्रदान कर रहें हैं उससे अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।
यह भावना मन में रखते हुए, हम आपको जादुई मुरली से जुड़ने का हार्दिक निमंत्रण देते हैं, यह सामूहिक भट्टी की तरह है जिसके तहत बाबा की मुरली की जादुई विशेषताओं और आत्मा की स्व-परिवर्तन की यात्रा में मुरली से होने वाले चमत्कारों का गहन शोध होगा। हमने जादुई मुरली, इस विषय को क्यों और कैसे चुना यह जानने के लिए कृप्याजादुई मुरली की कहानी का अध्ययन करें।
हम अपनी कृति को बदलने के लिए स्मृती, स्मृर्थी, मनोवृत्ति और दृष्टि के आध्यात्मिक प्रक्षेप पथ का प्रयोग करेंगे। इस शब्दावली के और अधिक विवरण के लिए स्व-परिवर्तन के लिए आध्यात्मिक जादूगर का मार्ग प्रदर्शन का अध्ययन करें। इस प्रस्ताव के माध्यम से हम देखेंगे कि किस प्रकार जादुई मुरली की कला और विज्ञान द्वारा हम आध्यात्मिक जादुगर बन सकते हैं और अपनी याद को बदल सकते हैं। छह सप्ताह तक प्रतिदिन की मुरली से नए प्वॉईंटस उपलब्ध करवाए जाऐंगे। अधिक जानकारी के लिए प्रतिदिन अभ्यास की रूपरेखा को पढें। अगर आप इन प्वॉईंटस को प्रतिदिन ईमेल से सीधे( अंग्रेज़ी और हिन्दी) पाना चाहते हैं तो अभी रजिस्टर करें। अगर आप पहले से ही दादी के डायमंड प्वॉईंटस प्राप्त कर रहें हैं तो दोबारा से रजिस्टर करने की आवश्यकता नहीं है । वरिष्ठ भाई-बहनों द्वारा साप्ताहिक वेबिनार भी होंगे।
5 अप्रैल, 2015 को (मूलरूप से 21 नवंबर, 1979 की मुरली ) बापदादा ने कहा, “अब, अंत में सभी ब्रहाम्णों को एक ही वृत्ति रख सहयोग की अंगुली देनी है। जब सबका एक ही संकल्प होगा तभी बेहद का विश्व परिवर्तन होगा।” मन में यही विचार रख सम्पूर्ण वैश्विक परिवार को हम नुमाशाम 7-7:30 बजे के योग पर विशेष ध्यान देने के लिए आमंत्रित करते हैं। चलिए छह सप्ताह तक प्रतिदिन सारे विश्व में, जापान से लेकर हवाई तक, पावन याद और वृत्ति की सुंदर लहर उत्पन्न करें।
जादुई मुरली प्रस्ताव के लिए अभी हमसे जुड़ें और मुरली को एक शांत हृदय और बेहद की बुद्धी से देखना सीखें। याद और सच्चाई की लय पर नृत्य करें और इन छह सप्ताहों को गहरे व्यक्तिगत अनुभवों का समय बना दें।

अनगिनत वरदानों और बाबा की याद के साथ

मोहिनी बहन, दीदी निर्मला, जयंति बहन और बीके पालना टीम

***

The Enchanted Murli

View & Share a video about the initiative by clicking on the image below.

enchant murli

Vices to Virtues: 80: संस्कार परिवर्तन


Vices to Virtues: 80: संस्कार परिवर्तन






Bapdada has told us to cremate our old sanskars. (Sanskar ka sanskar karo) Not just to suppress them, but to completely burn them, so there is no trace or progeny left. Check and change now. Have volcanic yoga (Jwala swaroop) Let us work on one each day.



बापदादा ने कहा है के ज्वाला  मुखी  अग्नि  स्वरुप  योग  की  शक्ति  से  संस्कारों  का संस्कार करो ; सिर्फ मारना नहींलेकिन  जलाकर नाम रूप ख़त्म कर दो.... चेक और चेन्ज करना ... ज्वाला योग से अवगुण और पुराने संस्कार जला देना ...हररोज़ एक लेंगे और जला देंगे...






पुराने वा अवगुणो का अग्नि ....    # ८०   ......  स्पेशल पर्सनल लेन-देन  का व्यवहार करना ....बदलकर....    मैं नष्टोमोहा  स्मृति स्वरूप  आत्मा,  एक भाग्य विधाता बाप से ही सर्व सम्बन्ध निभानेवाला,  बेहद का वैरागी  हूँ ......




cremate our old sanskars  # 80....having personal give and take relationships with others.......... replace them by I, the soul, the destroyer of attachment and an embodiment of remembrance, am an unlimited renunciate, fulfilling all relationships with the One Bestower of Fortune....





 Poorane va avguno ka agni sanskar... # 80   .......... speshal parsanal vyavahar ka len den karna  ......badalkar.... mai nashto moha,  smriti swaroop atma  Ek Bhaagy Vidhaata baap se hi sarv sambandh nibhaanewala,  behad ka vairaagi  hun...



Yog Commentary



पुराने वा अवगुणो का अग्नि ....    # ८०   ......  स्पेशल पर्सनल लेन-देन  का व्यवहार करना ....बदलकर....    मैं नष्टोमोहा  स्मृति स्वरूप, आत्मा,  एक भाग्य विधाता बाप से ही सर्व सम्बन्ध निभानेवाला,  बेहद का वैरागी  हूँ ......

मैं आत्मा परमधाम शान्तिधाम शिवालय में हूँ ....... शिवबाबा के साथ हूँ ..... समीप हूँ .... समान हूँ ..... सम्मुख हूँ .....  सेफ हूँ ..... बाप की छत्रछाया में हूँ .....अष्ट इष्ट महान सर्व श्रेष्ठ हूँ ...... मैं आत्मा मास्टर ज्ञानसूर्य हूँ .... मास्टर रचयिता हूँ ..... मास्टर महाकाल हूँ ..... मास्टर सर्व शक्तिवान हूँ ..... शिव शक्ति कमबाइनड  हूँ  ........ अकालतक्खनशीन  हूँ ....अकालमूर्त हूँ ..... अचल अडोल अंगद एकरस एकटिक एकाग्र स्थिरियम अथक और बीजरूप  हूँ ........ शक्तिमूर्त ..... संहारनीमूर्त ...... अलंकारीमूर्त ..... कल्याणीमूर्त हूँ ......शक्ति सेना हूँ ..... शक्तिदल हूँ ...... सर्वशक्तिमान हूँ ......  रुहे गुलाब .... जलतीज्वाला .... ज्वालामुखी ....  ज्वालास्वरूप .... ज्वालाअग्नि हूँ .... स्पेशल पर्सनल लेन-देन  का व्यवहार करना.................अवगुणों का आसुरी संस्कार का अग्नि संस्कार कर रही हूँ ........ जला रही हूँ ...... भस्म कर रही हूँ ......  मैं आत्मा महारथी महावीर ........ स्पेशल पर्सनल लेन-देन  का व्यवहार करना........................ के  मायावी संस्कार पर विजयी रूहानी सेनानी हूँ .......... मैं नष्टोमोहा  स्मृति स्वरूप, आत्मा,  एक भाग्य विधाता बाप से ही सर्व सम्बन्ध निभानेवाला,  बेहद का वैरागी  हूँ....  मैं देही -अभिमानी ..... आत्म-अभिमानी..... रूहानी अभिमानी .....परमात्म अभिमानी..... परमात्म ज्ञानी ..... परमात्म भाग्यवान..... सर्वगुण सम्पन्न  ..... सोला  कला सम्पूर्ण ..... सम्पूर्ण निर्विकारी .....मर्यादा पुरुषोत्तम  ...... डबल अहिंसक  हूँ ..... डबल ताजधारी ..... विष्व  का मालिक हूँ ..... मैं आत्मा ताजधारी ..... तख़्तधारी ..... तिलकधारी ..... दिलतक्खनशीन  ..... डबललाइट ..... सूर्यवंशी शूरवीर ....... महाबली महाबलवान ..... बाहुबलि पहलवान ....... अष्ट भुजाधारी अष्ट शक्तिधारी   अस्त्र शस्त्रधारी शिवमई शक्ति हूँ ...






cremate our old sanskars  # 80....having personal give and take relationships with others.......... replace them by I, the soul, the destroyer of attachment and an embodiment of remembrance, am an unlimited renunciate, fulfilling all relationships with the One Bestower of Fortune....



I am a soul...I reside in the Incorporeal world...the land of peace...Shivalaya...I am with the Father...I am close to the Father...I am equal to the Father...I am sitting personally in front of the Father...safe...in the canopy of protection of the Father...I am the eight armed deity...a  special deity...I am great and elevated...I, the soul am the master sun of knowledge...a master creator...master lord of death...master almighty authority... Shivshakti combined...immortal image...seated on an immortal throne...immovable, unshakable Angad, stable in one stage, in a constant stage, with full concentration....steady, tireless and a seed...the embodiment of power...the image of a destroyer...an embodiment of ornaments...the image of a bestower...the Shakti Army...the Shakti  troop...an almighty authority...the spiritual rose...a blaze...a volcano...an embodiment of a blaze...a fiery blaze...I am cremating the sanskar of  having personal give and take relationships with others.............I am burning them...I am turning them into ashes...I, the soul am a maharathi...a mahavir...I am the victorious spiritual soldier that is conquering the vice of ... having personal give and take relationships with others.................... I, the soul, the destroyer of attachment and an embodiment of remembrance, am an unlimited renunciate, fulfilling all relationships with the One Bestower of Fortune.............I , the soul, am soul conscious, conscious of the soul, spiritually conscious, conscious of the Supreme Soul, have knowledge of the Supreme Soul, am fortunate for knowing the Supreme Soul.....I am full of all virtues, 16 celestial degrees full, completely vice less, the most elevated human being following the code of conduct, doubly non-violent, with double crown...I am the master of the world, seated on a throne, anointed with a tilak, seated on Baba’s heart throne, double light, belonging to the sun dynasty, a valiant warrior, an  extremely powerful and  an extremely strong wrestler with very strong arms...eight arms, eight powers, weapons and armaments, I am the Shakti merged in Shiv...





Poorane va avguno ka agni sanskar... # 80   .......... speshal parsanal vyavahar ka len den karna  ......badalkar.... mai nashto moha,  smriti swaroop atma  Ek Bhaagy Vidhaata baap se hi sarv sambandh nibhaanewala,  behad ka vairaagi  hun...



mai atma paramdham shantidham, shivalay men hun...shivbaba ke saath hun...sameep hun...samaan hun...sammukh hun...safe hun...baap ki chhatra chaaya men hun...asht, isht, mahaan sarv shreshth hun...mai atma master gyan surya hun...master rachyita hun...master mahakaal hun...master sarv shakti vaan hun...shiv shakti combined hun...akaal takht nasheen hun...akaal moort hun...achal adol angad ekras ektik ekagr sthiriom athak aur beej roop hun...shaktimoort hun...sanharinimoort hun...alankarimoort hun...kalyani moort hun...shakti sena hun...shakti dal hun...sarvshaktimaan hun...roohe gulab...jalti jwala...jwala mukhi...jwala swaroop...jwala agni hun... .......... speshal parsanal vyavahar ka len den karna  ................avguno ka asuri sanskar kar rahi hun...jala rahi hun..bhasm kar rahi hun...mai atma, maharathi mahavir .......... speshal parsanal vyavahar ka len den karna  .................ke mayavi sanskar par vijayi ruhani senani hun... mai nashto moha,  smriti swaroop atma  Ek Bhaagy Vidhaata baap se hi sarv sambandh nibhaanewala,  behad ka vairaagi  hun... mai dehi abhimaani...atm abhimaani...ruhani abhimaani...Parmatm abhimaani...parmatm gyaani...parmatm bhagyvaan...sarvagunn sampann...sola kala sampoorn...sampoorn nirvikari...maryada purushottam...double ahinsak hun...double tajdhaari vishv ka malik hun...mai atma taj dhaari...takht dhaari...tilak dhaari...diltakhtnasheen...double light...soorya vanshi shoorvir...mahabali mahabalwaan...bahubali pahalwaan...asht bhujaadhaari...asht shakti dhaari...astr shastr dhaari shivmai shakti hun...

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