ज्वालामुखी योगी की निशानियाँ:
१ मन, बुद्धि को जहाँ चाहे, जैसे चाहे, जितना समय चाहे, वह स्तिथ करेगा; कर्मेन्द्रियों पर पूरा नियंत्रण होगा
१ मन, बुद्धि को जहाँ चाहे, जैसे चाहे, जितना समय चाहे, वह स्तिथ करेगा; कर्मेन्द्रियों पर पूरा नियंत्रण होगा
२ सर्व प्रकार के बोझ से मुक्त, सदा उडती कला का अनुभव होगा.
३ निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी, स्तिथि का अनुभवी बन जायेगा.
४ ख़ुशी का पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जायेगा.
५ सदा अतीन्द्रिय सुख के झूले में झूलता रहेगा, कर्मेन्द्रियाँ शांत व शीतल होंगी.
६ सदा मिलनसार, डबल लाइट व एक्यूरेट होंगे.
७ सदा अंतर मुखी होंगे, गंभीरता व रमणीकता का बैलेंस होगा.
८ सदा अलौकिक नशे, ईश्वरीय याद की मस्ती में मस्त रहेंगे.
९ पुराने संस्कारों के वश में नहीं रहेंगे.
१० नजरो से निहाल करने की कला आ जाएगी.
११ स्तिथप्रज्ञ हर परिस्तिथि में संतुलित रहेंगे, रमता योगी होंगे.
१२ सदा निमित्त, निर्माण, निर्मान और निर्मल वाणी वाले होंगे, दृष्टि वृत्ति में रूहानी आकर्षण होगा.
१३ मन्सा, वाचा और कर्मणा पवित्रता में परिपक्वता आ जाएगी.
१४ कर्मो में कुशलता आ जाएगी , धैर्य्वत होंगे, न्यारे, प्यारे होंगे उपराम होंगे.
१५ वाणी में जौहर भर जायेगा, वरदानी बोल निकलेंगे.
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