[15-09-2012]
मुरली सार:- ''मीठे बच्चे - दूरादेशी विशाल बुद्धि बन सर्विस करनी है, सच और झूठ का कान्ट्रास्ट सिद्धकर बताना है''
प्रश्न: महाभारत से कौन-कौन सी बातें सिद्ध होती हैं, महाभारत का अर्थ क्या है?
उत्तर: महाभारत अर्थात् अनेक धर्मों का विनाश और एक धर्म की स्थापना। 2- महाभारत का अर्थ ही है पाण्डवों की विजय, कौरवों की पराजय। 3- महाभारत लड़ाई से सिद्ध होता है कि जरूर भगवान भी होगा, जिसने रथ पर बैठ ज्ञान सुनाया। भगवान ने जरूर राजयोग सिखाया होगा जिससे राजाई स्थापन हुई। महाभारत अर्थात् जिसके बाद सतयुगी राजाई स्थापन हो। तुम बच्चे महाभारत पर अच्छी तरह से समझा सकते हो।
गीत:- यही बहार है दुनिया को भूल जाने की...
धारणा के लिए मुख्य सार:
1) सर्विस के लिए विचार सागर मंथन करना है। थकना नहीं है। बहुतों के कल्याण की युक्तियां रचनी हैं।
2) लौकिक के बीच में रहते भी पारलौकिक बाप को याद करना है। श्रेष्ठ पुरूषार्थ से अपनी प्रालब्ध ऊंच बनानी है।
वरदान: अपने आक्यूपेशन की स्मृति से सेवा का फल और बल प्रापत करने वाले विश्व कल्याणकारी भव
कोई भी काम करते अपना आक्यूपेशन कभी नहीं भूलो। जैसे पाण्डवों ने गुप्त वेष में नौकरी की लेकिन नशा विजय का था। ऐसे आप भल गवर्मेन्ट सर्वेन्ट हो, नौकरी करते हो लेकिन नशा रहे मैं विश्व कल्याणकारी हूँ तो इस स्मृति से स्वत: समर्थ रहेंगे और सदा सेवा भाव होने के कारण सेवा का फल और बल मिलता रहेगा। गाया हुआ है भावना का फल मिलता है तो आपकी सेवा-भावना अनेक आत्माओं को शान्ति, शक्ति का फल देगी।
स्लोगन: गॉडली स्टूडेण्ट स्वरूप सदा स्मृति में रहे तो माया आ नहीं सकती।
[15-09-2012]
Essence: Sweet children, do service with a far-sighted and broad intellect. Prove the contrast between truth and falsehood.
Question: What things are proved through the Mahabharata and what is the meaning of the Mahabharata?
Answer: 1) The Mahabharata means destruction of innumerable religions and establishment of the one religion. 2) Mahabharata means victory for the Pandavas and defeat for the Kauravas. 3) It is proved through the Mahabharat War that it must definitely have been God who sat in the chariot and gave knowledge, that God must definitely have taught Raja Yoga through which the kingdom was established. Mahabharata, after which the golden-aged kingdom is established. You children can explain the Mahabharata very clearly.
Song: This is the Spring in which to forget the world.
Essence for dharna:
1. Churn the ocean of knowledge in order to do service. Don’t become tired. Create methods to benefit many.
2. While living with your worldly family, remember the parlokik Father. Make your reward elevated by making elevated effort.
Blessing: May you be a world benefactor who receives the fruit (fal) and power (bal) of service with the awareness of your occupation.
While doing any work, do not forget your occupation. The Pandavas worked in an incognito way and yet had the intoxication of their victory. In the same way, you may be Government servants doing a job, but you should have the intoxication of being a world benefactor and, with this awareness, you will automatically remain powerful and by constantly having the consciousness of serving you will continue to receive the fruit and power of service. It is remembered that you receive the fruit of faith and feelings and your intention to serve will give many souls the fruit of peace and power.
Slogan: Constantly have the awareness of being a Godly student and Maya cannot then come to you.
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